हिन्दी सिनेमा के श्रेष्ठतम पार्श्व गायकों में एक थे रफी। आवाज की मधुरता से समकालीन गायकों के बीच इन्होंने अपनी अलग पहचान बनाई। इन्हें शहंशाह-ए-तरन्नुम भी कहा जाता था। इन्होंने देशभक्ति गीत, गजल, भजन और रोमांटिक स्वर की मधुरता के साथ कई तरह के गाने गाए हैं। हिंदी के अलावा रफी ने अन्य कई भाषाओं में गाने गाए हैं। प्रस्तुत पुस्तक में उनके गीतों को संकलित किया गया है।