दोपहरी

दोपहरी  (हार्डकवर, पंकज कपूर)

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लेखक
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Highlights
  • लेखक: पंकज कपूर
  • 110 पेज
  • पब्लिशर: हार्पर पेरनियल इंडिया
जानकारी
अम्मा बी एक बुजुर्ग विधवा हैं जो अपनी सुनसान लखनऊ हवेली में अकेले रहती हैं। हर दोपहर, ठीक 3 बजे, वह अनजान कदमों की आवाज सुनती है। हर दोपहर, वह बाहर झांकती है। लेकिन कोई नहीं है। बढ़ती घबराहट की स्थिति में, अम्मा बी एक लॉजर में लेने से पहले, एक बूढ़े लोगों के घर जाने पर विचार करती हैं - सबीहा नाम की एक सुंदर युवा महिला। उनका आगमन अम्मा बी की अकेली दुनिया को प्यार और हंसी से भर देता है, और जुम्मन, घरेलू मदद, भी बदल जाती है। जब सबिहा खुद को परेशानी में पाती है, तो अम्मा बी को स्थिति को हल करने के लिए कौशल और सहानुभूति के छिपे हुए भंडारों को खींचना चाहिए। डोपेहरी - लेजेंड्री फिल्म और थिएटर पर्सनालिटी पंकज कपूर का पहला नॉवेल - बहुत ही आकर्षण, बहुत हास्य और शांत शक्ति का एक अद्भुत एवोकेटिव काम है, एक ऐसी कहानी जिसे रीडर्स पसंद करेंगे।
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Specifications
बुक
  • दोपहरी
ऑथर
  • पंकज कपूर
बाइंडिंग
  • हार्डकवर
पब्लिशिंग की तारिख
  • 2019
पब्लिशर
  • हार्पर पेरनियल इंडिया
नंबर ऑफ पेज
  • 110
लैंग्वेज
  • इंग्लिश
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