द गीता इज़ सेट इन ए नैरेटिव फ्रेमवर्क ऑफ डायलॉग बिटवीन पांडव प्रिंस अर्जुन एंड हिज़ गाइड एंड चेरियोटियर कृष्ण. एट द स्टार्ट ऑफ द धर्मा युध्ध (ऑर द "राइटियस वॉर") बिटवीन द पांडवास एंड द कौरवास, अर्जुन इज़ प्रीओक्युपाइड बाय ए मॉरल एंड इमोशनल डाइलेमा एंड डिस्पेयर्स अबाउट द वायलेंस एंड डेथ द वॉर विल कॉज़ इन द बैटल अगेंस्ट हिज़ किन.वॉन्डरिंग इफ ही शुड रीनाउन्स द वॉर, ही सीक्स् कृष्णाज काउंसल, हूज़ आंसर्स एंड डिस्कोर्स कॉन्स्टीच्यूट द गीता. कृष्ण कौंसेल्स अर्जुन टू "फुलफिल हिज़ क्षत्रिय (वॉरियर) ड्यूटी टू अपहोल्ड द धर्मा" थ्रू कर्मा . द कृष्ण–अर्जुन डायलॉग्स कवर ए ब्रॉड रेंज ऑफ स्पिरिचुअल टॉपिक्स, टचिंग अपॉन एथिकल डिलेमास एंड फिलोसोफिकल इश्यूज़ दैट गो फार बियॉन्ड द वॉर दैट अर्जुन फेसेस (? डायमंड बुक्स, बाल गंगाधर तिलक)
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