गुरु या माता पिता के भक्त बालक गीता प्रेस गोरखपुर की एक किताब है जो 19 लड़कों के सुंदर चरित्र को प्रस्तुत करती है जो अपने गुरु और माता-पिता के लिए समर्पित थे। पुस्तक इन लड़कों की कहानियों और उदाहरणों पर आधारित है, जैसे कि बालक अरुणी, बालक उपमन्यु, श्री गणेश जी, श्रवणकुमार, बालक भीष्म, और अन्य, जिन्होंने अपने गुरु और माता-पिता को सम्मान, आज् ा, सेवा और प्यार दिखाया। पुस्तक हिंदू संस्कृति में गुरु और माता-पिता की पूजा के महत्व और लाभों को भी बताती है। पुस्तक किसी के लिए भी प्रेरणा और मार्गदर्शन का एक स्रोत है जो इन महान लड़कों के जीवन से सीखना चाहता है /
बालाको की बातेन गीता प्रेस गोरखपुर की एक किताब है जिसमें बच्चों के लिए विभिन्न कहानियां और किस्से शामिल हैं जो नैतिक मूल्य और अच्छी आदतें सिखाते हैं। पुस्तक वेदों, रामायण, महाभारत और अन्य शास्त्रों की शिक्षाओं के साथ-साथ महान हस्तियों और संतों के उदाहरणों पर आधारित है। किताब दिखाती है कि बच्चे इन महान लोगों के जीवन से कैसे सीख सकते हैं और उनके कदमों का पालन कर सकते हैं। पुस्तक किसी के चरित्र, स्वास्थ्य, शिक्षा और आध्यात्मिकता में सुधार करने के तरीके पर प्रैक्टिकल टिप्स भी देती है। पुस्तक किसी के लिए भी प्रेरणा और मार्गदर्शन का एक स्रोत है जो अपने बच्चों को धार्मिक और पुण्य तरीके से बढ़ाना चाहता है