मैं राही साहब जैसे लेखकों द्वारा लिखी गई पुस्तकों की रिव्यु नहीं लिखता क्योंकि मुझे लगता है कि मेरे पास उनके जैसे बढ़िया लेखकों पर कमेंट की कैपेसिटी नहीं है , इसके बावजूद मुझे लगता है कि कटरा बी आरज़ू के लिए रिव्यु लिखना सिर्फ इसलिए शुरू कर दिया गया क्योंकि यह सबसे चौंकाने वाली किताब है जो मैंने 3 पढ़ी है । पुस्तक nafees lanowi या हिन्दी में नहीं लिखी जाती है लेकिन यह बताती है कि पहले से पढ़ी जाने वाली भाषा
कटरा बी आरजू स्वर्गीय श्री राही मासूम राज का एक बहुत ही टची उपन्यास है . . यह हमें वर्ष 1974 में लेता है , और उस समय की स्थिति आपातकाल की वजह से , यह न केवल कटरा की कहानी है बल्कि उस समय पूरे भारत की . . यह भी जूते कि राजनीति और राजनीतिज्ञ अब वही हैं आपातकाल के दौरान वे थे . उन्हें सिर्फ सत्ता की जरूरत है . कुछ भी नहीं बदला .