मरघट : जहान जिंदा भी मुर्दा हो जाते है।
समय बादलता है और समय के साथ मानव का वैभव और रहन-सहन भी बादलता है। बह उन्नति करता है, लेकिन बात को मानने से हमेशा इन्कार है करता है की सामान के साथ-साथ कुछ शक्तियां भी उन्नति करती है। बहुत अपने शिकार को नहीं और अनोखी तरिके से शिकार बनती है।
यह कहानी एक इंसान के बारे में है, जिसका नाम रवि है। उसके साथ भी कुछ ऐसा ही होता है और उसका करन एक टेलीविजन होता है। जिस तरह से बह ख़रीदकर घर लगता है। उसके साथ क्या होता है, जाने के लिए पढ़े याह कहानी।
It is Total Waste of time to Read this Book. Story Bina Sar Paer Ki Hai..Kahani Kaha Shuru Ho Rahi Hai Aur Kaha Khatam Kuch Bhi Nahi aaya Samajh Mein..