जीवन की आह पोह से थक हार कर जब मन खुद को देखना चाहे दर्पण में, तब यह पुस्तक मिलवाती है पाठकों को जीवन के नवरस दर्पण से । इस पुस्तक में नवरस ( नौ रस ) के हर रस को जीवन के अनुभवो पर उकेरा गया है एक नये नजरिये के साथ ।पुस्तक के माध्यम से पाठक देख पायेगा खुद को एक नये नवरस दर्पण में जहाँ हर रस को देखने और महसूस करने का प्रयास अलग होगा और पुस्तक का अंत ले जाएगा शांति और सुकून की ओर ।
Read More
Specifications
पब्लिकेशन ईयर
2023
Manufacturing, Packaging and Import Info
Safe and Secure Payments.Easy returns.100% Authentic products.