बहुत खराब हिंदी अनुवाद... PENGUIN PUBLICATION से इस पुस्तक को मत खरीदो। मुझे नहीं पता कि इस तरह के तीसरे दर्जे के अनुवादक इतनी महान पुस्तक में अपनी फालतू प्रतिभा क्यों दिखाते हैं ... इस अनुवादक को मेरी और से जीरो मार्क्स ... कुछ तस्वीरें attach कर रहा हुं खुद ही देखें ... मेरी सलाह है कि इस पुस्तक को न खरीदें /बकवास अनुवादक "सत्यकाम विद्यालंकर" ।