सौरव मुखर्जी का एक तरह का किशोर उपन्यास सहज हंसी और आँसू से भरा है, जो भावना और कल्पना के साथ बुनी हुई एक अद्भुत दुनिया है। उन्होंने केवल पांच लिखे, लेकिन रीडर्स उन्हें भूल नहीं सके। अब उन्हें टोन बुक में एक साथ रखने की व्यवस्था की गई है। कई लोगों का मानना है कि इस पुस्तक का न केवल समकालीन किशोर साहित्य में, बल्कि बंगाली किशोर साहित्य के समग्र इतिहास में भी स्थायी स्थान होगा। इस पुस्तक में अब तक लेखक द्वारा लिखे गए सभी किशोर उपन्यास शामिल हैं
मेघ चेरा रॉड
भेलकुनमामा ओ मिथ्यानेशी
रूपकथर जनमदिन
जीपुर जावा आसा
भेलकुनमामा रिटर्न्स