रघुवंश महाकाव्य (संपूराना)

रघुवंश महाकाव्य (संपूराना)  (पेपरबैक, मोतीलाल बनारसी दास)

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लेखक
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Highlights
  • लेखक: मोतीलाल बनारसी दास
  • 1371 पेज
  • पब्लिशर: मोतीलाल बनारसी दास डेल्ही
जानकारी
कॉस्मिक संस्कृत में कविता महर्षि वाल्मीकि से उत्पन्न हुई है। क्रंचवध की एक साधारण घटना के कारण, महर्षि का दिल एक श्लोक के रूप में शोकाकुल हो गया और उन्होंने रामायण की रचना की।
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Specifications
बुक
  • रघुवंश महाकाव्य (संपूराना)
ऑथर
  • मोतीलाल बनारसी दास
बाइंडिंग
  • पेपरबैक
पब्लिशिंग की तारिख
  • 2014
पब्लिशर
  • मोतीलाल बनारसी दास डेल्ही
नंबर ऑफ पेज
  • 1371
लैंग्वेज
  • संस्कृत
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