साधना कल्पतरु श्री जयदयाल गोयन्दका द्वारा लिखित और गीता प्रेस, गोरखपुर12 द्वारा प्रकाशित एक पुस्तक है। यह हिंदू संस्कृति में आदर्श पुरुष और राजा भगवान राम के जीवन और शिक्षाओं पर निबंधों का एक कलेक्शन है। पुस्तक राम के चरित्र के विभिन्न पहलुओं का पता लगाती है, जैसे कि उनका धर्म, ज् ान, नैतिकता, शिक्षा, गुण, प्रभाव, दर्शन और रहस्य। यह विभिन्न प्राणियों, जैसे देवताओं, षियों, मनुष्यों, जानवरों और राक्षसों के साथ उनकी बातचीत का भी वर्णन करता है, और कैसे उन्होंने सभी को दया, प्रेम और बलिदान दिखाया। पुस्तक में राम के शासन की महिमा को भी दर्शाया गया है, जिसे सुशासन और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। पुस्तक का उद्देश्य पाठकों को राम के उदाहरण का पालन करने और भगवान के प्रति भक्ति पैदा करने के लिए प्रेरित करना है