पूसा सरस्वती (पूसा 3A / हरियाणा बासमती) एक cm-ड्वार्फ, हाई-यील्डिंग और एरोमेटिक बासमती चावल की वैरायटी है जो उत्तर भारत में कई क्रॉपिंग सिस्टम के लिए उपयुक्त है। इसमें एक्स्ट्रा-लॉन्ग ग्रेन्स और बेहतरीन कुकिंग क्वालिटी है। इसमें बिखरने के लिए सहनशीलता होती है जबकि यह प्रजनन चरण की लवणता के प्रति अत्यधिक संवेदनशील होता है। उपयोग कैसे करें: - एक कपड़े का पाउच या बैग बनाएं और उसमें कोटेड सीड्स रखें और इसे ठीक से बांधें। आवश्यकता पड़ने पर उस पर पानी छिड़ककर बैग की नमी बनाए रखें। जब बीज अंकुरित हो जाते हैं, तो वे बुवाई के लिए तैयार होते हैं। नर्सरी बेड बनाएं और उसमें जर्मिनेटेड सीड्स बोएं। 25 दिनों के बाद ट्रांसप्लांट सीडलिंग्स। इस मिक्सचर में 1 gm स्ट्रोप्टोसाइक्लाइन जोड़ें। इस मिक्सचर में बीज डालें और 24 घंटे तक आराम करें। एक कपड़े का पाउच या बैग बनाएं और इन ट्रीटेड सीड्स को उसमें रखें और इसे ठीक से बांधें।