यह मात्र एक पुस्तक नहीं अपितु अनेक कवियों की भावनाओं की गठरी है। जिसमें किसी ने अपना प्रेम लिखा है, तो किसी ने अपने विरह को कलमबद्ध किया है। इसी कलमबद्धता के परिणामस्वरूप हम सभी स्वरांजली से रू-ब-रू हो पाए हैं। जिस प्रकार एक किसान अपने हल और जल से सींच-सींच कर ज़मीन के टुकड़े को खेत में परिवर्तित कर उसमें अनाज पैदा कर सर्वसमाज का पेट भरता है, उसी प्रकार एक कवि भी अपनी जल रूपी भावनाओं और हल रूपी कलम से लिख-लिख कर कागज़ के पन्नों को एक पुस्तक का स्वरूप प्रदान कर समाज में प्रेम भाव एवं जागरूकता फैला कर एक नवीन चेतना लाने का अद्भुत एवं अद्वितीय कार्य करता है। इसलिए यह पुस्तक किसी किसान के खेत से कम नहीं। क्योंकि अन्न खाने से शरीर तृप्त होता है और कविताएँ पढ़ने से मन तृप्त हो जाता है।
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Specifications
Publication Year
2021 october
Manufacturing, Packaging and Import Info
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