वर्तमान पीढ़ी में, इंटरनेट सूचना के लिए एक अनिवार्य संसाधन बन रहा है क्योंकि यह इलेक्ट्रॉनिक संसाधनों तक असीमित पहुंच प्रदान करता है। इस इलेक्ट्रॉनिक युग में ई-रसोर्स के प्रोडक्टन और उपयोग में भारी वृद्धि होती है।
ई-रसोर्स में मुख्य रूप से इलेक्ट्रॉनिक पत्रिकाएं, पेड सब्सक्रिप्शन के खिलाफ समय-समय पर शामिल हैं। ये ई-बुक, फुल टेक्स्ट डेटाबेस जैसे विभिन्न रूपों में उपलब्ध हैं। ई-जर्नल, इमेज कलेक्शन, CD-ROM, टेप, इंटरनेट वेब टेक्नोलॉजी, डिजिटल लाइब्रेरी, इलेक्ट्रॉनिक ये और डिसर्टेशन, ऑनलाइन जर्नल आदि के रूप में मल्टीमीडिया। ई-रसोर्स में ई-न्यूज़, डेटा आर्काइव, ई-मेल, ऑनलाइन चैटिंग को भी ई-रसोर्स कहा जा सकता है। इन सभी में इस्तेमाल होने की एक आम खासियत है और कभी-कभी कंप्यूटर द्वारा मॉडिफाइड होता है। मल्टीमीडिया टूल्स के साथ प्रभावशाली प्रस्तुति के कारण ये ई-रसोर्स जानकारी का स्रोत बन गए हैं।
वर्तमान अध्ययन हैदराबाद के चुनिंदा सोलह विशेष लाइब्रेरी में ई-रसोर्स के उपयोग और प्रभाव पर ध्यान केंद्रित किया गया है। अध्ययन से पता चला कि अध्ययन के तहत कवर की गई सभी लाइब्रेरी पूरी तरह से कंप्यूटराइज्ड और ऑटोमेटेड हैं। रिसर्चर्स पर ई-रेसर्स का प्रभाव बहुत अधिक पाया गया, क्योंकि इसने जानकारी का पता लगाने के लिए अपने रिसर्च की क्वालिटी, खुद को अपडेट करने और समय की बचत में भी सुधार किया है। ई-रसोर्स के डिजिटल युग में उपयोग का देश में आर एंड D आर्गेनाईजेशन के रिसर्च आउटपुट पर अधिक प्रभाव पड़ेगा।