Iswar Se Bhentwarta

Iswar Se Bhentwarta  (Hindi, Hardcover, Thakur Khagendra)

Price: Not Available
Currently Unavailable
Author
Read More
Highlights
  • Language: Hindi
  • Binding: Hardcover
  • Publisher: Vani Prakashan
  • Genre: Humor
  • ISBN: 9789326351638
  • Edition: 1st, 2013
  • Pages: 152
Description
ईश्वर से भेंटवार्ता - पहला संग्रह 'देह धरे को दंड' के बाद खगेन्द्र ठाकुर का यह दूसरा व्यंग्य-संग्रह है—'ईश्वर से भेंटवार्ता'। खगेन्द्र के व्यंग्य-लेखन का उद्देश्य जीवन और समाज के यथार्थ को उजागर कर विनोद शैली में पाठकों को गुदगुदाने का रहा है। इस संग्रह में भी उनकी अनुभव सिद्ध विषयवस्तु और लेखन की समन्वित कला देखी जा सकती है। निश्चित ही यहाँ लेखक का रुख आलोचनात्मक है। इन व्यंग्य-लेखों को पढ़ते हुए कभी हमें हजारीप्रसाद द्विवेदी याद आते हैं तो कभी हरिशंकर परसाई। खगेन्द्र के निबन्ध भी जब कभी क्लासिकल वस्तु को तो कभी सामाजिक वस्तु को लेकर स्वतः ही व्यंग्यात्मक शैली में ढल जाते हैं। असल में खगेन्द्र जी के पास जीवन और समाज के अनुभवों का ऐसा समृद्ध और विविधतापूर्ण ख़ज़ाना है। कि उनके लेखन को किसी एक विधा में व्यक्त करना सम्भव नहीं होता। प्रस्तुत संग्रह 'ईश्वर से भेंटवार्ता' भी कुछ ऐसे ही शिल्प में ढला हुआ देखा जा सकता है। रोचकता से भरपूर एक पठनीय कृति।
Read More
Specifications
Book Details
Imprint
  • Jnanpith Vani Prakashan
Publication Year
  • 2013
Contributors
Author Info
  • खगेन्द्र ठाकुर - 9 सितम्बर, 1937 को ग्राम मालिनी, ज़िला गोड्डा (सन्थाल परगना) झारखण्ड में जन्म। आरम्भिक शिक्षा: गोड्डा में टी.एन.बी. कॉलेज, भागलपुर से एम.ए. (हिन्दी) तथा भागलपुर विश्व विद्यालय से पीएच.डी.। छात्र जीवन से ही लेखन की प्रवृत्ति—विशेषरूप से कविता, आलोचना और व्यंग्य-लेखन के क्षेत्र में। प्रकाशित रचनाएँ: 'धार एक व्याकुल', 'रक्त कमल परती पर' (कविता संग्रह); 'छायावादी काव्य की भाषा' (शोध); 'देह धरे को दंड' और प्रस्तुत कृति 'ईश्वर से भेंटवार्ता' (व्यंग्यलेख संग्रह); 'आलोचना के बहाने', 'कविता का वर्तमान', 'दिव्या का सौन्दर्य', 'समय, समाज और मनुष्य', 'प्रगतिशील आन्दोलन के इतिहास-पुरुष', 'दिनकर व्यक्तित्व और कृतित्व', 'नागार्जुन का कवि-कर्म', 'उपन्यास की महान् परम्परा', 'हिन्दी कहानी आज : पृष्ठभूमि और परिप्रेक्ष्य' (आलोचना) तथा 'आज का वैचारिक संघर्ष' और 'मार्क्सवादी विकल्प की प्रक्रिया' (वैचारिक लेखन)। अनेक कृतियों और पत्र-पत्रिकाओं का सम्पादन। बिहार प्रगतिशील लेखक संघ के महासचिव (1974 1994), राष्ट्रीय महासचिव (1994-1999)। वर्तमान में उक्त संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष मण्डल के सदस्य। युवावस्था से ही अनेक शैक्षणिक, सांस्कृतिक एवं राजनीतिक आन्दोलनों में सक्रिय सहभागिता। देश-देशान्तर की वैचारिक-सांस्कृतिक यात्राएँ।
Dimensions
Height
  • 220 mm
Length
  • 140 mm
Weight
  • 250 gr
Be the first to ask about this product
Safe and Secure Payments.Easy returns.100% Authentic products.
You might be interested in
Myths And Fairytale Books
Min. 50% Off
Shop Now
Memoirs
Special offer
Shop Now
Business And Management Books
Explore Now
Shop Now
Other Lifestyle Books
Special offer
Shop Now
Back to top