एक नन्हा बालक बुधिया सिंह मात्र साढ़ेचार साल की उम्र में 65 किलोमीटर की दूरी सात घंटे और दो मिनट में तय करके सबको चौंका देता है; सोलह साल की किशोरी शिवांगी माउंट एवरेस्ट फतह कर लेती है; लगभग ग्यारह साल की अल्पायु में आर. प्रज्ञानानंद इतिहास में सबसे कम उम्र के शतरंजी दुनिया के ग्रैंडमास्टर बन जाते हैं; जन्मजात अस्थि की कमजोरी के रोग से पीड़ित स्पर्श शाह व्हीलचेयर पर बैठकर भी पूरी दुनिया को अपना मुरीद बना लेते हैं; दृढ़ संकल्पी शुभम, डायना अवार्ड से सम्मानित चंपा कुमारी, नासा अभियान के लिए चयनित जयलक्ष्मी, पशुओं के प्रति मानवीय डेरेक सी लालछन्हिमा।
प्रस्तुत पुस्तक में इस तरह के 50 बच्चों की विलक्षण क्षमताओं और उपलब्धियों को रोचक ढंग से प्रस्तुत किया गया है। इन छात्रों ने सिद्ध कर दिया कि “जहाँ चाह है, वहाँ राह है ' | उपलब्धियों को हासिल करने में उम्र कोई बाधा नहीं होती; बस आपमें उत्साह और कुछ करने की ललक होनी चाहिए ।
ऐतिहासिक उपलब्धियों की एक ऐसी गाथा, जो पाठकों को रोमांचित करेगी, भाव-विभोर करेगी तो कहीं सजल। एक पठनीय, प्रेरक व संग्रहणीय पुस्तक, जो हर आयु वर्ग के पाठकों को प्रेरणा देगी, उनमें स्फूर्ति और जोश भर देगी।
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Specifications
Book Details
Publication Year
2022 september
Number of Pages
104
Contributors
Author Info
उच्च शिक्षा प्राप्त सुशांत मिश्रा अपने लेखन के जरिए नई-नई प्रतिभाओं को सामने लाने के लिए प्रसिद्ध हैं। उनका उद्देश्य कुछ अलग हटकर है--कुछ नया
करनेवाली प्रतिभाएँ दूसरी लाखों-करोड़ों प्रतिभाओं का मार्गदर्शन कर सकती हैं ।
इनके लेखन का क्षेत्र व्यापक है, अन्य विधाओं में भी वह प्रभावी रचनाएँ लिखकर अपनी रचनाधर्मिता की छाप छोड़ रहे हैं। लेखन के साथ-साथ समाज-कार्यों को भी उतने ही मन से करते हैं ।
Dimensions
Width
5.5
Height
8.5
Depth
1
Weight
350
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