यह किताब मेरी जिंदगी के अब तक के अनुभवों का एक मिश्रण है । जहां मेरे प्रश्न तथा उनके उत्तर भी है ,साथ ही मेरे बदलते हुए नजरिया का भी विवरण है । कभी प्रश्नों से बदला नजरिया ,तो कभी उत्तर से भी नए अनुभव हुए बाहर हो रही घटनाएं अक्सर मन में उलझने डाल देती है ,तभी अपने आप से कुछ प्रश्न किए गए । प्रश्न उत्तर के इस खेल में जब अनुभवों ने दस्तक दी तो धीरे-धीरे उलझने सुलझती गई हालांकि कुछ उलझने आज भी मौजूद है ।
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Specifications
Book Details
Publication Year
2024
Contributors
Author Info
नमस्कार ! मेरा नाम प्रियंका बोरा है और मैं असम की रहने वाली हूं । मैंने बनास्थली विद्यापीठ राजस्थान से कम्युनिकेशन डिजाइन कोर्स किया और अपनी 4 साल की बैचलर डिग्री पूरी की ।
स्कूल की पढ़ाई के दौरान ही मुझे कबीर दास जी के दोहे और रॉबर्ट फ्रॉस्ट की कविताएं पसंद आई थी फिर धीरे-धीरे मैंने अपनी कविताएं लिखनी शुरू की । तभी से लिखने की शुरुआत हो गई थी जो आज तक बरकरार है ।