यह जयश्री की पहली किताब है। इस में भरा है ढेर सारा प्रतिशोध। कविताओं के माध्यम से एक मोहलत लेती हूँ, आस पास के शोर से।
ये रूहानी हिंदुस्तानी कविताएं हैं, आज की नब्ज़ लिए। ये किसी नियम का पालन नहीं करेंगी। इन्हें सुनो, लेकिन ये तो सुनने वाली नहीं हैं। इनको एक सुर में पढ़ें और तेज़ी से इन कविताओं की तरंग में बहे। आशा है आपको पसंद आएगी।
बड़ी मुश्किल से लिखी गयी है यह किताब। लिखना ही बड़ा मुश्किल है, पर पसंद है।
संपादन: अनीता खजांची अग्रवाल
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Specifications
Book Details
Publication Year
2023 MARCH
Number of Pages
33
Contributors
Author Info
जयश्री एक अनुशासनहीन लेखिका है। जयश्री ने कई कविताएं लिखी है, जो ज़्यादातर पल्ले नहीं पड़ती। पर कोशिश ज़ारी है, क्यूंकि लिखने में ख़ुशी पाना अपने में ही एक अलग कला है। उन्हें ख़ुशी मिलती है उलटी तरफ देखके कीबोर्ड पर उंगलियां चलाने में।
Dimensions
Width
8
Height
5
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