भगवान महावीर -
भगवान महावीर बचपन से ही तेजस्वी थे। वे अहिंसा के प्रबल पक्षधर थे। उनमें सभी प्राणियों के प्रति बचपन से ही अत्यन्त दयाभाव था। अहिंसा का महत्त्व जैन धर्म एवं संसार के सभी धर्मों में व्याप्त है। तीर्थंकर महावीर ने पाँच महाव्रतों का पालन करने की शिक्षा दी, जिसमें ब्रह्मचर्य, सत्य, अपरिग्रह, यानि आवश्यकता से अधिक इकट्ठा न करना और अचौर्य यानि चोरी न करने की शिक्षाएँ शामिल हैं।
जैन धर्म के चौबीसवें तीर्थंकर भगवान महावीर की जीवन कथा को प्रभाकिरण जैन ने बहुत ही मनोयोग से लिखा है। यह पुस्तक भगवान महावीर के जीवन को बहुत ही सरल शब्दों में प्रस्तुत करती है।
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Specifications
Book Details
Imprint
Jnanpith Vani Prakashan
Publication Year
2017
Contributors
Author Info
डॉ. प्रभाकिरण जैन -
30 अक्टूबर 1963 को हरबर्टपुर, देहरादून (उत्तराखंड) में जन्म ।
शिक्षा : राजनीतिशास्त्र में एम.ए., डी.फिल.।
प्रकाशन : रंग-बिरंगे बैलून (शिशु गीत); वैशाली के महावीर (बाल काव्य हिन्दी, अंग्रेज़ी); गीत खिलौने (बाल गीत); नागफ़नी सदाबहार है (कविता संग्रह); दस लक्षण (दस रस वर्षण); अनाथ किसान (कहानी); कथासरिता कथासागर, गोबर बनाम गोवर्धन, जमालो का छुरा (कहानी); मनोनयन (राज्यसभा के मनोनीत सांसदों पर शोध पुस्तक); चहक भी ज़रूरी महक भी ज़रूरी (डॉ. शेरजंग गर्ग के साथ); वैशालिक की छाया में (राजेश जैन के साथ सम्पादन); चाणक्य, चैतन्य, महावीर, राम, सर्वपल्ली राधाकृष्णन, महात्मा गाँधी, अशोक (जीवन कथा) |
सम्मान/पुरस्कार: हिन्दी अकादमी, दिल्ली द्वारा बाल साहित्य सम्मान और बाल एवं किशोर साहित्य सम्मान।
आकाशवाणी, दूरदर्शन एवं अन्य चैनलों पर अनेक महत्त्वपूर्ण कार्यक्रमों की प्रस्तुति। स्टार टी.वी. द्वारा व्यंग्य कविताओं के कार्यक्रम का धारावाहिक प्रसारण। विदेशों में भी प्रस्तुतियाँ।
Dimensions
Height
220 mm
Length
140 mm
Weight
150 gr
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