India's Vision and Art of Communication: Dr. Kalam's Dreams and the Power of Public Speaking एक प्रेरक और ज्ञानवर्धक पुस्तक संग्रह है, जो भारतीय राष्ट्र की उन्नति के लिए डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम की दृष्टि और महेश शर्मा द्वारा प्रस्तुत ‘भाषण कला’ के महत्व को जोड़ता है। यह संग्रह उन पाठकों के लिए है जो भारत के भविष्य के निर्माण के लिए प्रेरित होना चाहते हैं और सार्वजनिक बोलने की कला में माहिर होना चाहते हैं।
Book 1: Bharat Bhagya Vidhata by Dr. A.P.J. Abdul Kalam – ISBN: 9789350489987
डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम की यह पुस्तक भारतीय राष्ट्र की भविष्यवाणी और विकास के लिए उनके विचारों और दृष्टिकोणों का संग्रह है। इस पुस्तक में, डॉ. कलाम ने भारत को एक सशक्त और आत्मनिर्भर राष्ट्र बनाने के लिए विज्ञान, प्रौद्योगिकी, और शिक्षा के महत्व पर जोर दिया है। उन्होंने भारतीय युवाओं को प्रेरित किया है कि वे अपने राष्ट्र की प्रगति के लिए सक्रिय रूप से योगदान दें।
‘भारत भाग्य विधाता’ में डॉ. कलाम ने यह बताया है कि एक राष्ट्र का विकास केवल उसके लोगों की सोच और दृष्टिकोण पर निर्भर करता है। यह पुस्तक उन पाठकों के लिए प्रेरणादायक है जो अपने राष्ट्र को एक नई दिशा देने के लिए समर्पित हैं।
Book 2: Bhashan Kala by Mahesh Sharma – ISBN: 9789350483077
महेश शर्मा की ‘भाषण कला’ पुस्तक सार्वजनिक बोलने के महत्व और इसकी कला पर विस्तृत जानकारी प्रदान करती है। यह पुस्तक उन लोगों के लिए है जो अपने विचारों और विचारधाराओं को प्रभावशाली तरीके से प्रस्तुत करना चाहते हैं। इस पुस्तक में, शर्मा ने प्रभावी भाषण देने के तरीके, श्रोताओं को आकर्षित करने की रणनीतियाँ, और आत्मविश्वास के साथ बोलने के टिप्स साझा किए हैं।
‘भाषण कला’ में यह बताया गया है कि किसी भी संवाद में सफलता के लिए प्रभावी संचार कौशल कितने महत्वपूर्ण हैं। यह पुस्तक न केवल सार्वजनिक बोलने की तकनीकों को समझने में मदद करती है, बल्कि यह पाठकों को आत्मनिर्भर और आत्मविश्वासी बनाने की दिशा में भी कार्य करती है।
इस पुस्तक में, महेश शर्मा ने भाषण की संरचना, प्रभावी भाषा का चयन, शारीरिक भाषा का उपयोग और श्रोताओं के साथ अच्छे संबंध बनाने के तरीके बताए हैं। यह पुस्तक उन लोगों के लिए महत्वपूर्ण है जो अपने विचारों को आत्मविश्वास और प्रभावशाली तरीके से व्यक्त करना चाहते हैं।
India's Vision and Art of Communication संग्रह, डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम की भविष्यवाणी और महेश शर्मा की भाषण कला के सिद्धांतों को जोड़ता है। यह संग्रह उन पाठकों के लिए है जो भारत के विकास के लिए प्रेरित हैं और सार्वजनिक बोलने की कला में निपुण होना चाहते हैं।