प्योर मलकांगनी ऑयल (सीलास्ट्रस पैनिकुलैटस)
उपयोग सेलेस्ट्रस सीड्स से निकाले गए तेल से दिमाग पर स्टिम्युलेटिंग इफेक्ट होता है। यह एक ब्रेन टॉनिक है जो मेमोरी, कंसंट्रेशन और लर्निंग में सुधार करता है। यह मेमोरी रिटेंशन में भी सुधार करता है। यह कॉग्निटिव डिस्फंक्शन में उपयोगी है। यह तेल मानसिक थकान, तनाव और अवसाद में राहत देता है। मलकांगनी तेल में एक्सपेक्टेंट गुण होते हैं और यह खांसी और दमा को ठीक करने के लिए उपयोग किया जाता है। इस तेल में एंटी-आर्टहर्टेटिक, एनालजेसिक और एंटी-इंफ्लेमेटरी एक्टिविटीज़ हैं। इसका उपयोग मांसपेशियों और जोड़ों की सूजन के इलाज के लिए किया जाता है, जिसमें गठिया, गठिया, उत्पत्ति, पैरालिसिस शामिल हैं। मलकांगनी तेल का उपयोग विभिन्न वटा राग जैसे साइटिका, लुम्बागो, पैरालिसिस, गठिया और चेहरे की पाल्सी में बाहरी रूप से मालिश करने के लिए भी किया जाता है। इस तेल में एंटी-ऑक्सीडेंट और पेटिक गुण होते हैं। यह पाचन कार्य और भूख में सुधार करता है। मलकांगनी तेल में न्यूरोमस्कुलर सिस्टम पर उत्तेजक प्रभाव पड़ता है। दूध में मलकांगनी का तेल (2-4 बूंद) डालें और सुबह खाली पेट पिएं। इसे नियमित रूप से करें, इससे मेमोरी, इंटेलिजेंस, कंसंट्रेशन, कमजोरी, माइग्रेन, गठिया और एपिलेप्सी में सुधार होगा। बादाम का तेल और मलकांगनी का तेल मिलाएं और प्रभावित जगह पर मालिश करें, इससे शरीर के दर्द से राहत मिलेगी। इस तेल का उपयोग बच्चों की मालिश करने के लिए भी किया जा सकता है। मलकांगनी तेल से स्कैल्प की मालिश करें। यह ब्लड सर्कुलेशन में सुधार करता है और सिरदर्द, तनाव, चिंता और अनिद्रा में राहत देता है।