किताब के बारे मे: दक्खिनी हिंदी काव्य धारा में राहुल सांकृत्यायन ने दक्षिण भारत में विकसित हुई हिंदी की प्राचीन शाखा दक्खिनी हिंदी की साहित्यिक परंपरा का विश्लेषण किया है। वे बताते हैं कि यह धारा 14वीं से 18वीं सदी तक मुस्लिम सुल्तानों के दरबारों और सूफी संतों के बीच फली.फूली। इस भाषा में प्रेमए भक्ति और सूफी विचारधारा को सरल व भावनात्मक शैली में व्यक्त किया गया। कवि जैसे कुतुबन गीसू दराज़ वजही और इब्न.ए.निशाती प्रमुख हैं। राहुल जी दक्खिनी साहित्य को उत्तर भारत की मुख्यधारा हिंदी का समृद्ध हिस्सा मानते हैं और उसके ऐतिहासिक महत्व को रेखांकित करते हैं। लेखक के बारे में: राहुल सांकृत्यायन (1893-1963) हिंदी साहित्य के महान लेखक और बहु भाषा विद थे जिन्हें महा पंडित की उपाधि प्राप्त थी। उन्होंने यात्रा साहित्यए बौद्ध धर्म और विश्व-दर्शन पर महत्वपूर्ण कार्य किए। उनका सबसे प्रसिद्ध योगदान हिंदी यात्रा वृत्तांतऔर बौद्धधर्म पर गहन शोध है।उन्होंने तिब्बत, श्रीलंका, मध्य-एशिया और रूस सहित कई देशों की यात्राएं कीऔर उन अनुभवोंकोअपनी कृतियों में संजोया।उनकी प्रमुख कृतियाँ जैसे वोल्गासेगंगा, मेरी जीवन यात्रा और यूरोप यात्रा साहित्यि कदृष्टि से अमूल्य हैं। सांकृत्यायन का कार्य सामाजिक धार्मिक और सांस्कृतिक परिप्रेक्ष्य में महत्वपूर्ण रहा। booksongujarat The Title 'Mahatma Gandhi And Bihar Some Reminiscences written/authored/edited by Rajendra Prasad', published in the year 2025. The ISBN 9789371061933 is assigned to the Paperback version of this title. This book has total of pp. 140 (Pages). The publisher of this title is Gyan Publishing House. This Book is in English. The subject of this book is Hindi Story. Size of the book is 13.34 x 21.59 cms.
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Publication Year
2025
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