मेरी स्वरा पुस्तक में कविताओं के माध्यम से विविध पहलुओं पर कृतियाँ हैं, जिसमे अलौकिक ईश्वर की शक्ति, आधुनिक दौर में रिश्तों का मूल्यांकन, धर्म की महत्ता, प्राकृतिक सौंदर्य, बेटी के प्रति ममता भाव, गंगा माँ, तुलसी माँ, चीरहरण, प्रेमपूरित आदि ओजस्वी कविताओं का संग्रह है। एकांत के पल, मन मे उठे तरंग भावों एवम विचारों को पिरोया है, ये काव्य रचना में आत्मीयता के भाव और कुछ बिछ्ड़ी यादें और कुछ पाने और खोने की अनुभूति है जो प्रिय पाठकों को भाव विभोर कर सकती है, और विभिन्न परिस्थितियों में उचित दृष्टिकोण भी प्रदान कर सकती है हमारा यही प्रयास है कि आज की नई पीढ़ी भी कविता के माध्यम से जीवन के रंग में उतार सकें और अपने आधुनिकता के भीतर से गलत सोच को निकाल सकें आदर्श और धर्म को अपनाकर सफलता प्राप्त कर सके, आशा है मेरे पाठकों के मन को मेरी यह काव्य रचना छू सके।
एकता श्रीवास्तव (ज्योतिषाचार्य)