कोरोना काल में पर्यावरण को लेकर लिखी गई यह पुस्तक पर्यावरण के सभी - अजैविक, जैविक एवं सामाजिक घटकों का विस्तार से कविता में वर्णन करती है।
पुस्तक में 90 कविताएं ,अनेकों आकर्षक फोटोग्राफ रेखा चित्रों, एवं चार्टों द्वारा, पर्यावरण के बारे में संपूर्ण विवरण प्रस्तुत करती हैं।
पर्यावरण की वर्तमान स्थिति, प्रकृति से की जाने वाली छेड़छाड़ और उसके दुष्परिणामों का बहुत ही सही, सटीक एवं जीवंत चित्रण द्वारा वर्तमान समस्या की ओर ध्यान आकर्षित किया गया है।
पुस्तक में सिर्फ समस्याओं का ही जिक्र नहीं किया गया है, वरन उनसे निपटने के समाधान को भी दर्शाया गया है।
यह पुस्तक सभी पाठकों खासकर विद्यार्थियों के लिए ज्ञान का खजाना है एवं अत्यंत उपयोगी है।