तश्नगी महज़ एक किताब नहीं है। यह आपकी दोस्त है।
अगर आपके दिल में कोई जज़्बा है—ह्रश्वयार, मसर्रत, अ$फसोस, गुस्सा या और भी
कुछ—तो आप उसे इस दीवान में ज़रूर पाएँगे।
कई बार ऐसा होता है कि हम अपने जज़्बे को ल$फ्ज नहीं दे पाते। अगर आपके अंदर जज़्बात हैं, तो बहुत
मुमकिन है कि दीवान-ए-हा$िफज़ आपके जज़्बात को अल्फाज़ दे दे। अगर आप
किसी से कुछ कहना चाहते हैं तो शायद ये किताब बड़ी तहज़ीब से, तरीके से
अपनी बात कहने में आपकी मददगार साबित हो।
ऐसा भी हो सकता है कि जो नए शोअरा अदब की दुनिया में कदम रख रहे हैं, उन्हें इस दीवान से कुछ सीखने
को मिल जाए। इस किताब में उर्दू शायरी की तीनों सिनफें हैं—गज़ल, रुबाई
और नज़्म। आप इस किताब के पन्ने पलटिए और बहुत मुमकिन है कि आपको
किसी पन्ने पर आपकी खुशी बाँटती हुई कोई गज़ल, या आपके बिछड़े दोस्त को
बुलाती हुई कोई नज़्म, या फिर आपकी उदासी को साझा करती हुई कोई रुबाई
मिल जाए। दीवान-ए-हािफज़ एक तोहफा है उन सबके लिए, जिन्हें अच्छी
शायरी पसंद है और उर्दू अदब से मुहब्बत है।
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Specifications
Book Details
Imprint
Prabhat Prakashan
Publication Year
2023 June
Number of Pages
224
Net Quantity
1
Dimensions
Width
13 mm
Height
216 mm
Length
140 mm
Depth
21
Weight
290 gr
In The Box
Book
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